पुरुष युद्ध पैदा करते हैं , यातना दी जाती है औरतों को. युद्धों और दंगों में रक्तरंजित स्त्रियों की विचलित करने वाले कहानियों से इतिहास भरा पड़ा है. घृणा, विस्तारवाद और प्रभुत्व की मजहबी और अंधराष्ट्रवादी लिप्सा की यही परिणति है.
संयुक्त युगोस्लाविया के टूटने के बाद क्रोएशियन और बोस्निया नागरिकों के खिलाफ सर्बिया ने युद्ध छेड़ दिया था. यह युद्ध स्त्रियों की देह पर लड़ा गया.
गरिमा श्रीवास्तव क्रोएशिया के अपने प्रवास में शरणार्थी कैम्पों में गयीं , पीड़ित स्त्रियों से मिलीं. यह प्रवास डायरी ‘देह ही देश’ राजपाल एंड संस से प्रकाशित हो रही है. उस डायरी का एक हिस्सा.
देह पर युद्ध
गरिमा श्रीवास्तव