हिंदी के वरिष्ठ कवि विजेंद्र की कुछ कविताएँ और उनका आत्मकथ्य समालोचन पर आपने कुछ दिनों पहले पढ़ा था.
८३ वर्षीय विजेंद्र के १९६६ से २०१५ के दरमियाँ २४ कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं और अब उनकी रचनावली भी प्रकाशित हो गयी है.
विजेंद्र की लम्बी कविताओं के चरित्रों पर अमीर चंद वैश्य का यह लेख परिचयात्मक अधिक है फिर भी विजेंद्र की कविताओं की मुख्य विशेषताओं पर भी यह प्रकाश डालता है.
लोक का आलोक
अमीर चन्द वैश्य