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कथा - गाथा : अधजली : सिनीवाली शर्मा

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कृति : Louise Bourgeois :Arch of Hysteria 


भूमंडलोत्तर कहानी विवेचना क्रम में आपने अब तक निम्न कहानियों पर युवा आलोचक राकेश बिहारी की विवेचना पढ़ी- लापता नत्थू उर्फ दुनिया न माने (रवि बुले), शिफ्ट+ कंट्रोल+आल्ट = डिलीट(आकांक्षा पारे), नाकोहस (पुरुषोत्तम अग्रवाल), अँगुरी में डसले बिया नगिनिया (अनुज),  पानी (मनोज कुमार पांडेय), कायांतर (जयश्री राय), उत्तर प्रदेश की खिड़की (विमल चन्द्र पाण्डेय), नीला घर (अपर्णा मनोज),दादी,मुल्तान और टच एण्ड गो  (तरुण भटनागर), कउने खोतवा में लुकइलू राकेश दुबे) और चौपड़े की चुड़ैलें  (पंकज सुबीर )
इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए आज प्रस्तुत है सिनीवाली शर्मा  की  अतृप्त यौनिकता को केंद्र में रखकर लिखी गयी  कहानी  अधजलीपर राकेश बिहारी का  आलेख ‘बहनापे और ईर्ष्या की सहज द्वंद्वात्मकता’.

इस आलेख में राकेश ने अतृप्त यौनिक विकृतियों की मनो रचना और उसकी सामाजिकता को विस्तार से समझते हुए कहानी में  इसके नियोजन के निहितार्थों की भी गहरी विवेचना की है.

अ ध ज ली                             
सिनीवाली शर्मा 




घरकेपीछेयेनीमकापेड़पचाससालोंसेखड़ाहै.देखरहाहैसबकुछ.चुपहैपरगवाहीदेताहैबीतेसमयकी.आजसेतीससालपहले, हाँतीससालपहले !

इस  पेड़परचिड़ियाँ  दिनभरफुदकतीरहती, इसडालसेउसडाल.घरआँगनइनकीआवाजसेगुलजाररहता.आजसुबहसुबहहीचिड़ियोंकेझुंडनेचहचहानाशुरूकरदियाथा, चीं--- चीं--- चू--- चू.बीचबीचमेंकोयलकीकूहूकीआवाजशांतवातावरणमेंसंगीतभररहीथीकितभीकईपत्थरकेटुकड़ेइसपेड़परबरसनेलगे.चिड़ियोंकेसाथउनकीचहचहाहटभीउड़गई, रहगईतोकेवलपत्थरोंकेफेंकनेकीआवाजकेसाथएकऔरआवाज, "उड़, तूभीउड़---उड़तूभी---सबउड़गईंऔरतू---तूक्योंअकेलीबैठीहै---तूभीउड़!"
"क्याकररहीहोबबुनी ? यहाँकोईचिड़ियानहींहै---एकभीनहीं, सबउड़गईं, चलोभीतरचलो”, शांतिकुमकुमकाहाथखींचतीहुईबोली.
"नहीं, वोनहींउड़ी---मेरेउड़ानेपरभीनहींउड़ती.उससेकहोउड़जाए, नहींतो---अकेलीरहजाएगीबिल्कुलमेरीहीतरह!"बोलतेहुएउसकीआवाजकाँपनेलगी, भँवेंतननेलगींऔरआँखेंकड़ीहोनेलगीं.वोतेजीसेभागतीहुईबरामदेपरआईऔरबोलतीरही, "अकेलीरहजाएगी, अकेली---उड़, तूभीउड़---उड़---!"
बोलतेबोलतेकुमकुमवहींबरामदेपरगिरगई.सिंदूरकेठीकनीचेकीनसललाटपरजोहैवोअक्सरबेहोशहोनेपरतनजातीहैउसकी.हाथपैरकीउंगलियांअकड़जातीहैं.कभीदाँतबैठजाताहैतोकभीबेहोशीमेंबड़बड़ातीरहतीहै.
शांतिकुमकुमकीयेहालतदेखकरदरवाजेकीओरभागीऔरघबरातीहुईबोली, "सुनिएगा!"
येशब्दमहेंद्रजानेकितनीबारसुनचुकाहै.शांतिकीघबरातीआवाजहीबतादेतीहैकिकुमकुमकोफिरबेहोशीकादौराआयाहै.कितनेडॅाक्टर, वैद्यसेइलाजकराचुकाहै, सभीएकहीबातकहतेहैं, मनकीबीमारीहै.
"------"
"तुम---तुम---मैं---मैं---!"

येसबदेखकरमहेंद्रकेभीतरदबीअपराधबोधकीभावनासीनातानकरउसकेसामनेखड़ीहोजाती.कुमकुमकीबंदआँखोंसेभीवोनजरनहींमिलापाता.सिरहानेबैठकरवोउसकेमाथेकोसहलानेलगताऔरशांतिकुमकुमकेहाथपैरकीअकड़ीहुईउंगलियोंकोदबाकरसीधाकरनेकीकोशिशकरनेलगती.

महेन्द्रपानीकाजोरजोरसेछींटातबतकउसकेचेहरेपरमारताजबतककुमकुमकोहोशनहींजाता.होशआनेकेबादकुछदेरतककुमकुमकीआँखोंमेंअनजानापनरहता.वोचारोंओरऐसेशून्यनिगाहोंसेदेखतीजैसेयहाँसेउसकाकोईनाताहीहो.धीरेधीरेपहचानउसकीआँखोंमेंउतरती.

कुमकुमधीरेसेबुदबुदायी, "दादा---दादा !"
महेंद्रकेभीतरआँसुओंकाअथाहसमुद्रथापरआँखेंसूखीथी.वोकुमकुमकामाथासहलातारहा.
"दादा, क्याहुआथामुझे ?"कुमकुमकीआवाजकमज़ोरथी.
"कुछनहीं---बसतुम्हेंजरासाचक्करगयाथा---येतोहोतारहताहै---अबतुमएकदमठीकहो."
"हाथपैरमेंदर्दहोरहाहै, लगताहैदेहमेंजानहीनहींजैसेकिसीनेपूराखूनचूसलियाहो."
"तुमआरामकरो, भौजीपैरदबारहीहै."
"पतानहींक्यों,---मैंबराबरचक्करखाकरगिरजातीहूँ !"
महेंद्रकेपासइसकाकोईजवाबनहींथा."इसकाध्यानरखना", इतनाबोलकरउसकामाथाएकबारबहुतस्नेहसेसहलाकरवोबाहरचलागया.
महेंद्रकेजानेकेकुछदेरबादतककुमकुम, शांतिकोगौरसेदेखतीरही.
"भौजी, दादाकुछबतातेनहीं, मुझेक्याहुआहै ! डॅाक्टरक्याकहताहैमुझेबताओतो!"
"तुम्हेंआरामकरनेकेलिएकहाहै", कुमकुमकाहाथसहलातीहुईशांतिबोली.
"भौजी, क्याडॅाक्टरसबसमझताहै, मुझेक्याहुआहै?"
"हाँ, बबुनी ! वोडॅाक्टरहै!"
"तुमतोऐसेबोलरहीहोजैसेवोडॅाक्टरनहींभतारहो!"
शांतिकेचेहरेपरमुस्कुराहटकीबड़ीमहीनसीलकीरखिंचगई.
"जाओभौजी, तुम्हेंभीकामहोगा---मैंभीथोड़ीदेरमेंआतीहूँ---अभीउठानहींजाता !"
"मैंतोकहतीहूँथोड़ीदेरसोजाओ, रातमेंभीदेरतकजगनाहोगा."
"क्यों ?"
"यादनहींकलसुषमाकाब्याहहैऔरआजरातमड़वा ( मंडपाच्छादन ) है.मैंतोजानहींसकती, तुम्हेंहीजानापड़ेगा, नहींतोकलकौन--- ", बोलतेबोलतेशांतिबिनाबातपूरीकिएतेजीसेबाहरनिकलगई.बेहोशीसेआईकमजोरीकेकारणकुमकुमकीआँखलगगई.

सपनेमेंकुमकुमनेदेखा, नीलेआकाशमेंउजलेउजलेबादलरुईकीतरहतैररहेहैं.दोउजलेबादलआपसमेंटकराएऔरनीलाआकाशसिंदूरीहोगया.जहाँदोनोंबादलटकराएथे, वहींसेएकसुंदरयुवकनिकलकरउसकीओरबढ़रहाहै.उसकीमाँगऔरवोभीसिंदूरीहोजातीहै.युवकउसकीओरमुस्कुरातेहुएबढ़ताचलारहाहै, आहिस्ताआहिस्ता.उसकासीनाचौड़ाहैऔरबाहेंबलिष्ठ, होठोंपरगुलाबीमुस्कानहैऔरबालकाले  घुंघरालेहैं.आँखें, उसकीआँखोंकोदेखनेसेपहलेहीकुमकुमकीआँखेंलाजसेझुकीजारहीहैंऔरवोलाजसेलालहुईजारहीहै.युवकउसकेपास, बहुतपासजाताहै, उसकी  सांसेंतेजहोनेलगतीहैं.उनदोनोंकीसांसेंएकहोतींकितभीबादलोंकारंगअचानककालाहोगयाऔरतभी, दोकालेबादलआपसमेंटकरातेहैंऔरभयंकरगर्जनाहोतीहै, आकाशमेंबिजलीचमकजातीहै.इसबिजलीकीचमकमेंउसयुवककाचेहराइतनाडरावनाऔरभयंकरदिखाकिकुमकुमडरसेचीखनेलगतीहैऔर  वहपसीनेसेनहाजातीहै.तभीउसकीनींदटूटजातीहै.

वही, हाँवहीतोथेपरइतनाडरावनाचेहरा !---क्योंहोगयाउनका ! परकैसेकहूँकिवहीथे---उनकाचेहराआज तकतोठीकसेदेखाभीनहींहैमैंने ! वर्षोंबीतगए, ठंडीसांसलेकरकुमकुमबिछावनपरलेटगई.हमाराऐसाब्याहहुआकि---माँगतोभरीमेरीपरजीवनसूनारहगया.बारहबरसबीतगएइसीचैतमें.उसकीकानोंमेंभीबातगईथीपरउसेकिसीनेबतायानहींथाकिशादीकहाँहोगी, किससेहोगी.उसेबसयहीपताथाकिघरवालेजहाँकहेंगे, जबकहेंगेउसेतैयाररहनाहै.उसेकुछपूछनानहींहैबसचुपचापसबकरतेजानाहै.बेटियोंकोऐसाहीहोनाचाहिए, जिसकेपासप्रश्ननहींहोते.

वोभीतैयारथीपरउसकेकानमेंबातआई.भौजीनेदादासेकहाथा, "करदोब्याह, इतनाअच्छाघरवरतोहमकिसीजनममेंनहींकरपाएंगे.इसतरहकाब्याहतोहोतारहताहै.लड़कालड़कीसाथरहतेहैंतोसबठीकहोजाताहैऔरअपनीकुमकुमतोसुंदरभीहै."मेरीसुंदरताऔरमेरीदेहसबकेलिएएकआशाकीकिरणथीकिसबकुछठीकहोजाएगा.दादाकुछनहींबोले.

लड़काअच्छीनौकरीकरताहै.दादाकेदोस्तसूरजदाहैं, उन्हींकेननीहालकालड़काहै.कललड़काघरलायाजाएगा.कलबढ़ियामुहूर्तहै.पतालगालियागयाहै.ऐसीशादीमेंजोतैयारीहोसकतीहै, करदीगईहै.पुआलकेसाथकच्चाबाँस, बसबिट्टीसेकटवाकरआँगनमेंएककिनारेरखदियागयाहै.पीलीधोतीऔरलालसाड़ीपलंगपररखादेखाथामैंने.दोनोंकपड़ेएकसाथदेखकरमीठीसीसिहरनतोहुईपरउससेअधिकडरगई.

ब्याहकेनामपरसतरंगीसपनेजोआँखेंदेखतीं, उनमेंखुशीकीजगहडरसमागया.क्याहोगा ? कैसेहोगा ? जबरदस्तीकेब्याहमेंअगरवोनहींमानेतो ! लेकिनमैंकिससेकहती ! इसडरसेतोलड़कियांगुजरतीहीहैं.येसोचकरअपनेकोसमझालिया.कहींकहींअपनेभीतरयेभरोसाभीथाकिकिसीभीतरहमैंउनकामनजीतलूंगी.

पर, कहाँजीतपाई ! इतनेबरसबीतगए, ब्याहकरकेजोगएफिरलौटकरनहींआए.बाबूजीउनकेआनेकारास्तादेखतेदेखतेदुनियासेचलेगएऔरमैं---, रास्तादेखतेदेखतेअहिल्याबनगई.

ब्याहकेसमयएकबारतुम्हारेचेहरेपरनजरगईथी.पंडीजीमंत्रपढ़रहेथे.उसीपवित्रअग्निमेंतुम्हाराचेहरादिखाथा.तुम  गुस्सेसेतमतमाएहुएथे.उसगुस्सेमेंभीअपनापनदिखा, बस, तुम्हारीहोगई.पंडीजीब्याहकेबादबोलेकिसियारामकीजोड़ीहै.सचमेंसियारामकीजोड़ीहीहैहमारीकिआँखेंकभीमेरीसूखतीहीनहीं.

उसीसमयमेरेजीवनमेंसूरजउगाथापरक्यापताथाकियेसूरजउगनेकेसाथहीडूबजाएगा.औरबचजाएंगीकालीअंधेरीरातें.कौनकौनसापूजापाठकिया, किसमंदिरकेद्वारपरमाथारगड़ा.कईबारदादातुम्हारेघरगए.तुम्हारेघरवालोंनेउन्हेंक्यानहींकहापरवोमुझेहरबारआकरयहीकहते, घरवालेबहुतअच्छेहैं, लड़कानौकरीकेकामसेबाहरगयाहै, लौटतेहीयहाँआएगा.शुरुशुरुमेंतोवोयहीकहतेरहेफिरलौटतेतोकुछनहींबोलते.लेकिनउनकीचुप्पीकहती, नहींआनेवाले, कभीनहींआते.

जातेतुमएकबार, तोमैंतुम्हेंबतातीकैसेबीतेहैंयेबारहसाल.वनवासतोबारहबरसकाथाउनकापरमेरातोपूराजीवनहीवनवासबनगया.तुम्हारेमनमेंबसी, तुम्हारेसाथघरबसासकी, तो---मैंवनवासीहुई, अकेलीजंगलमेंभटकतीहुई.एकएकदिनऐसेबीतताहैजैसेहरदिनजहरीलाकाँटाबनकरमेरीदेहमेंचुभताजाताहै.इनबीतेसालोंमेंमेरीपूरीदेहमेंकाँटाहीकाँटाभरगयाहै.छटपटातीहूँदर्दसे.इनकाँटोंकाघावभीतरतकहोताहैलेकिनइनघावोंसेसिर्फआँसूनिकलतेहैं.इनबीतेदिनोंकादर्दमेरीहाथकीलकीरोंमेंउतरआयाहैतभीतोसभीरेखाएँएकदूसरेकोकाटतीरहतीहैंऔरमेरीभाग्यरेखातुम्हारीभाग्यरेखासेनहींमिलपातीहै.

सोचतीहूँइसब्याहसेक्यामिला ? काँचकीचूड़ियाँऔरमाँगमेंसिंदूर.कुमकुमनामहैमेरापरकालीस्याहीपुतीहैमेरेजीवनमें.तुमसेब्याहहोतेहीजहरघुलगईजिंदगीमें.तुम्हारातोकुछनहींबदलापरमेराशरीरछोड़करसबकुछबदलगया.यहाँतककीयेघरभीअबमेरानहींरहा.अबयेघर, घरनहींनैहरहोगया.सबकहतेहैं, बेटियाँनैहरमेंअच्छीनहींलगतीं.परगोत्रीहोगई.दानहोतेहीबेटीदूसरेगोत्र, दूसरेघरकीहोजातीहै.जैसेमैंइंसाननहींसामानहूँ.मेरीकोईइच्छानहीं, कोईजरूरतनहीं.सामानहूँ, दानकरदीगई.सामानहूँतुमचाहोतोलेजाओनहींचाहोतो---! कभीकभीसोचतीहूँमैंतुम्हारानामलेतेलेतेमरजाऊँतो---तुम्हारेहाथकाआगभीमुझेनहींमिलेगा, मुझेपैठनहींमिलेगा.मैंपूछतीहूँतुमसे, हमारेसारेधर्मग्रंथक्यापुरुषोंनेहीबनाएहैंकिबिनापुरुषकेऔरतोंकीकोईगतिनहीं.धर्मकहताहै, मेरीदेहपरपहलाअधिकारतुम्हाराहै.

देहहाँदेह, जानेक्यासोचकरईश्वरनेबनायाइसेकिइसेभीभूखलगतीहै.उससमयडरजातीहूँमैं.मेरेबिछावनपरसाँपलोटनेलगतेहैं.हाँ, काला, सरसराताहुआ, रेंगताहुआमेरीओरआताहै.मैंडरजातीहूँपरमैंभागनहींपाती.मैंदेखतीरहजातीहूँ.सरसराताहुआ  साँपमेरीदेहपरचढ़ताहै, फिररेंगताहैहरअंगपरआहिस्ताआहिस्ता.उफ्फ, कैसेबताऊँतुम्हेंयेसिहरन ! फिरसाँपमुझेडँसताहै.पूरेशरीरमेंजहरचढ़जाताहै.जहरभरीदेहमेंएकऔरजहर.कभीकभीयेमुझेबहुतडराताहैतोकभीयेमुझेअच्छालगनेलगताहै.उसजहरमेंभीप्रेमहै.  लिपटीहूँमैंउससाँपसे ! देखोजराभीलाजनहींबचीमुझमें ! हाँनहींबचीक्योंकिलाजकेपरेभीतोकुछहोताहै.

सबबेकारहोगया---मेरीदेह, मेरामन, मेराजीवन, एकतुम्हारेबिना.तुमपरगुस्साआताहै.जबतुमआओगेतबमैंतुम्हेंबताऊंगी, मैंचंदनकीलकड़ीकितनीतपीकितनीजली, एकतुम्हारेबिना.फिरभीअपनास्वभावनहींछोड़ा, तुमसेप्रेमकरना.सबकहतेहैंतुमकभीनहींआओगेपरमैंजानतीहूँकितुमआओगे---औरवोरातभीआएगी, जिसमेंसांसेंएकहोतीहैं.

तनऔरमनशांतिकाभीसूखाथा.सबकहतेहैं, उसकीकोखभीसूखगई.नहींतोइतनेबरसमेंइससूनेघरमेंबच्चोंकीकिलकारीनहींगूँजती.कहनेवालेतोयेभीकहनेलगेहैंकिअबइसघरकावंशहीखत्महोगया.भौजाईकोसहीननदकाहीहोतातोभीकहनेकेलिएभीतोइसघरकाकोईहोता.कुमकुमऐसीअभागिननिकलीकिपतिकादुहराकरमुँहनहींदेखाऔरशांतितोबांझहीहोगई.बांझशब्दशांतिकेकानोंकेभीतरऐसेउतरताजैसेकिसीनेजलताहुआलालदहकताकोयलाडालदियाहोऔरयेआगउसकेकलेजेकोधूधूकरजलातीहै.परवोकिससेकहे, कैसेकहेकिवोवसंततोआयाहीनहींकिउसकीकोखमेंकोंपलफूटता.उसकाजीवनतपतारेगिस्तानबनगयाजिसमेंएकहरीदूबभीनहींबची.दूरदूरतकबसतपताजलताबालूहीबालू.

पतिमहेंद्रकोबसघरसेखानेतककाहीमतलबरहगयाथा.दिनभरगायऔरखेतीकेकामोंमेंउलझेरहते.जोसमयबचताभीउसेद्वारपरबैठकरबितादेते.कभीदोचारलोगोंकेसाथतोकभीअकेलेही.रातभीउंगलीपकड़करमहेंद्रकोशांतिकेकमरेतकनहींपहुंचापाती.इसघरकेभाग्यमेंलगताहैसूनीरातेंहीलिखीहैं.

सबबातोंसेशांतिसमझौताकरलेतीपरअपनेभीतरकीममताकोकैसेसमझाती.अनजानेहीउसकीकोखमेंहलचलहोनेलगती.छातीफाड़करभीतरसेकुछनिकलजानाचाहता.उसकामनकरताउसेभीकोईमाँकहे.कानकहतेआजतकइतनाकुछतोसुनापरमाँसुना.संसारकासबसेमीठाशब्दमाँहोताहै.इससूनेघरआँगनमेंवोडगमगातेहुएचले.जिसकीकाजलभरीआँखेंऔरतुतलातेहुएबोलमाँकहेऔरवोदूरसेभीसुनले.दौड़तीहुईआकरउसेउठाकरअपनीछातीसेलगाले.पर---परनहींयेछातीजलतीरहेगी, इसमेंकभीदूधउतरेगा.कोईउसेमाँनहींकहेगा.वोबांझहीरहेगी.माँबनेगीकभी.

एकउसकीजिदनेउसकेहँसतेजीवनमेंआँसुओंकीबाढ़लादी.उसनेकहाथा, ब्याहदोकुमकुमकोउसनौकरियालड़केसे.किसीभीहालमेंऐसालड़कानहींउतारपाएंगेहम.औरऐसातोउसनेबहुतबारदेखाथा.शुरुशुरूमेंलड़केवालेनखराकरतेहैंलेकिनलड़कीकेएकबारघरमेंघुसतेहीअपनीसेवाकेदमपरपूरेपरिवारकामनजीतलेतीहै.फिरतोवहीउसघरमेंपुजानेलगतीहै.कुमकुमभीजीतलेगीसबकुछ, वहाँजाकर.लेकिनजीततीतोतबजबवोवहाँजाती.कैसाकसाईपरिवारहै, एकबारभीनहींलेगयाकुमकुमको.हमलोगहरकोशिशकरकेहारगए.उसपरिवारसेबेइज्जतीकेसिवायकुछनहींमिला.लोगोंनेकहा, देवस्थानजाकरधरणा  दो.: महीनेकुमकुमकोलेकरवहाँभीरही.सुबहशाममंदिरमेंझाड़ूबुहारु, पूजापाठ, व्रतउपवाससबकराया.येकरतेहुएवर्षोंबीतगए, भाग्यनहींबदला.शायदविधाताकेपासइसघरकाभाग्यबदलनेकेलिएस्याहीनहींथी.अबतोऊपरवालेसेभीकोईआसनहींरही.

कुमकुमबोलतीकुछनहीं, सबकुछऐसेपीजातीहैजैसेपानी.लेकिनजबउसेदौराआताहैतोउसेभीपतानहींचलता, वोक्याक्याबकतीहै.शुरुमेंतोमुझेलगानाटककरतीहै.फिरलगागेहूँकीतरहतपतीउमरहै, ऐसीउमरमेंभूतप्रेतपकड़तेहैंअकेलीपाकर.जबबालियाँकटनेकोतैयारहोजातीहैं, हवाकेझोकोंकेसाथझनझनबजतीहैं, काटोतोउसीहवाकेथपेड़ोंसेजमीनपरबिखरतेहुएकितनीदेरलगतीहै !

मुझेडरलगनेलगा, उसकावोरुपदेखकर.उसकीदेहथरथरानेलगती.आँखेंलाललालजैसेचिताकीआगहो.मुँहऐसेखोलतीजैसेसबकोचबाजाएगी.फिरजोरजोरसेरोनेलगती, चिल्लानेलगती, जानेदो---चलचल---! फिरकहाँकहाँसेभूतझाड़नेकेलिएओझाआया.कितनेकबूतर, दारु, पान, सुपारी, सिंदूर, बताशाऔरअड़हुलकेफूलचढ़ाएगए.मंत्रपढ़ागया.ओझाकहता, येजिन्नहै---ऐसेनहींछोड़ेगा---अपनेसाथलेकरजाएगा---कुंवाराजवानलड़कामराहै---वोप्यासाहै.इसेअपनेसाथलेकरजाएगा---नहींमानेगा---किसीभीहालमेंनहींमानेगा.लेकिनवोनहींआयाजिसकीजरुरतथी.पानपरसिंदूरलगतारहाऔरकुमकुमअपनेलिएरंगहीनहोचुकेसिंदूरमेंकुमकुमसालालरंगखोजतीरही.ओझासेठीकहुआतोडॅाक्टरकेपासगए.डॅाक्टरबोलाकोईबीमारीनहींहै.केवलपतिकासाथहीइसेठीककरसकताहै.

एकगलतीनेकिसतरहबदलदियासबकाजीवन ! जबरदस्तीनहींसहमतिसेसाथहोताहै.जीवनभरकासाथरंगरूपदेहपरटिकताहैलेकिनसबसेज्यादाजरूरीमनकामिलनाहै, अबसमझमेंरहाहै.इसगलतीकीकीमतकुमकुमहीनहीं, येघरभीचुकारहाहै.मैंमाँनहींबनपाई, वोपतिकोतरसतीहै.सबउसकादुखसमझतेहैं, मैंतोपतिकेसामनेरहतेपतिकोतरसतीहूँ, मेरादुखकौनसमझेगा !

कईसालहोगए, उसरातकेबादवोरातकभीनहींआई.उसीरातसेमेरापलंगसूनाहोगयाऔरमैंभी.उसरातबाहरसेऐसेचीखनेकीआवाजआईजैसेकिसीनेकिसीकागलादबादियाहो.उसरातकोयादकरअभीभीसिहरउठतीहूँ.मुझेलगारातकेइसपहरभूतकीआवाजहै.मैंडरकरउनकेसीनेसेलिपटगई.उन्होंनेकहा, डरोनहींकुछहोगा.मैंउनकेसीनेसेलगीउनकीधड़कनसुनकरहिम्मतबांधहीरहीथीकिकिवाड़पीटनेकीआवाजआनेलगी.अबतोमेरेप्राणसूखगए.दरवाजापीटतेपीटते, फूटफूटकररोनेकीआवाजरहीथी.रोतेहुएबोलनेलगी, तुमनेहीमुझेउजाड़ा, तेरेहीकारणमेरीरातेंसूनीरहगईंऔरतुम----! येकुमकुमकीहीआवाजथी.उसेफिरदौराआयाथा.आवाजडरावनीहोगईथी.उन्होंनेउठकरकिवाड़खोला.सामनेकुमकुमबेहोशपड़ीथी.उसीरातकेअंधेरेमेंमेरीसारीरातेंखोगईं.

शुरुशुरुमेंतोमुझेबहुतगुस्साआता.बातबातपरलड़लेतीउससे.परकुमकुमऐसेसुनतीजैसेकुछहुआहीनहींहो.आकाशकीओरजानेक्यादेखतीरहतीऔरचुपचापमेरीबातेंसुनतीरहती.कभीकोईजवाबनहींदेती.आखिरथककरधीरेधीरेमैंनेभीसमझौताकरलिया.सारीइच्छाओंकोमनमेंसमेटेमैंसूखीनदीहोगई, दोनदियांपासपासपरदोनोंसूखीऔरतपतीहुई.जहाँजीवनपलतावहाँसन्नाटाभांयभांयकरता.   

कभीकभीकुमकुमबालगोपालकाफोटोदिखातीहुईबोलती, "भौजी, एकऐसाहीगोलमटोलभतीजामुझेचाहिए, मैंउसेनहलाउंगी, तेललगाउंगी---औरवोकेवलगायकादूधपीएगा, भैंसकाएकदमनहींक्योंकिभैंसकादूधपीनेसेबुद्धिमोटीहोजातीहै."कुमकुमकीबातेंसुनकरशांतिरोपातीहँसपाती.

कब सेशांतियेबातेंसोचरहीथी.उसकाध्यानतबटूटाजबफंटूशकीमाँनेहड़बड़ातेहुएआकरकहा, "दुल्हिन, जबजानतीहोकम्मोकाआसनहल्काहैतोअकेलेक्योंजानेदेतीहोइधरउधरवोभीसांझकेइसपहरमें.जाकरदेखोबैरगाछकेनीचेबेहोशपड़ीहै.गाँवभरजानताहैउसगाछपरभूतरहताहै."

"लेकिन !", इतनाहीबोलतेहुएशांतिदौड़तीहुईवहाँपहुँचगई, देखाकुमकुमगाछकेनीचेबेहोशपड़ीहै.वहींउसकेबगलमेंबच्चेकालाललालकपड़ा, हाथपैरमेंबांधनेवालालालकालाफुदनीऔरकजरौटाबिखरापड़ाहै.कलहीकहरहीथी, सुग्गीआईहैससुरालसेअपनेबेटेकोलेकर---देखनेजाएगी.अपनेदादासेकहकरउसनेबच्चेकेलिएकपड़ाऔरफुदनीमंगवायाथा.रातभरजगकरउसनेकाजलबनायाथा.शांतिकोयादआयाकिपूरीरातकुमकुमआँगनमेंबेचैनसीघूमतीरहीथीऔरअभी, कुमकुमऔरसबकुछयहाँबिखराहै.

आजशांतिजिसगतिसेघरकेभीतरगई, वोआजतकमहेंद्रनेइतनेसालोंमेंनहींदेखाथा.वहउसेजातेदेखतारहा.उसकामनकिसीआशंकासेकाँपगया.जबतकवहकुछसमझता, मिट्टीकेतेलकीतेजगंधआनेलगी.वहतेजीसेभागताहुआघरकेभीतरगया.जोउसकीआँखेंदेखरहीथीउसेदेखकरवहकुछपलकेलिएजैसेठिठकगया.शांतिऊपरसेनीचेतकमिट्टीतेलसेनहाईहुईथी.आँखेंजलरहीथीऔरगुस्सेमेंउसकीदेहथरथरारहीथी.

महेंद्रकोजैसेअचानकहोशआया, "क्याकररहीहो ? एकाएकक्याहोगया ?"

"एकाएककहतेहो, मेरातिलतिलकरमरनातुम्हेंदिखाईनहींदेता---अपनेखूनकादर्दतुम्हेंदिखजाताहै.मेरेलिएसोचनेवालाकौनहै---साँयबच्चा ! बांझहूँमैं--- बांझ ! वोभीतुम्हारेकारण!"
"किसीनेकुछकहा---?"
"किसीनेनहीं---सबकहतेहैं---बांझहूँमैं !"
"कितनीबारकहाहै, कहींमतजायाकरो---लोगजीनेनहींदेंगे."

"मंदिरगईथी, तोक्यावहाँभीनहींजाऊँ ? इसीघरकासुखमाँगनेगईथीलेकिनजिसकासुहागनहींसुनताउसपरभगवानभीसहायनहींहोता.लोगमुझेबांझकहतेहैं, अपनीबहूबेटियोंकोमेरीछायासेभीदूररखतेहैं.बताओ, क्यामैंबांझहूँ?"
महेंद्रकीसमझमेंनहींआयाकिक्याजवाबदे.इधरशांतिचिल्लातीरही.

"मैंदुनियाभरकीबातेंसुनूँऔरतुमचुपरहो.तुमदोनोंभाईबहननेमिलकरमेरासत्यानाशकरदिया.सबसेबड़ासुखमुझसेछीनलिया.मुझसेतुम्हाराखानेतककाहीमतलबहै.दिनरातमैंतुम्हारेघरकीचाकरीकरुँपरमेरेमतलबकाक्या!"

महेंद्रकेवलशांतिकोदेखतारहाऔरवोगुस्सेमेंबकतीरही."मैंमरभीजाऊँतोतुम्हारापेटऔरयेघरतुम्हारीबहनभीचलालेगी.उसकुलच्छिनीकोतोयहींरहनाहैजबतककिसबकीजानचलीजाए.जानेकिसनछत्तरमेंबियाहहुआथाइसका---!"
महेंद्रशांतिकेगुस्सेकीआँधीकेआगेथरथरातादीयाबनकररहगया.उसनेआसपासचुपचापनजरघुमाकरदेखाकिकहींकुमकुमतोनहींहैपरवोकहींनहींदिखाईदी.

"बताओ, मैंक्योंजीऊँ ? तुम्हारापेटऔरघरचलानेकेलिए---पतिकासुखबच्चेकाऊपरसेलोगोंकीतरहतरहकीबातें.इससेतोअच्छामेरामरजानाहै.क्यायहीसुखदेनेकेलिएमुझेब्याहकरलाएथे?"

महेंद्रकेपासकोईजवाबनहींथा.वहचुपचापउसेदेखतारहाफिरदोकदमआगेबढ़करमहेंद्रनेकसकरउसेअपनेसीनेसेलगालिया.बहुतदिनोंकेबाददोनोंसाथमिलकरबहुतदेरतकरोतेरहे.एकगलतीकीसजाकितनेलोगोंकोमिली.हाँगलतीहीथीएकबेरोजगारभाईनेअपनीबहनकेलिएसुनहरेसपनेदेखेथे.उसनेसोचाथाकुमकुमबड़ेघरजाएगी, सुखकरेगी.समाजमेंप्रतिष्ठाबढ़ेगीपरइसकेलिएउसकेपासपैसानहींथा.

महेशचाचाजोबैंकमेंकिरानीहैं, बड़ाघरऔरइंजीनियरजमाईउतारलाए.खेततोमुझसेभीकमहैलेकिनदोनम्बरकीनौकरीकेदमपरबेटीकोसुखीकरदियाऔरसमाजमेंइज्जतभीबढ़गई.मैंभीतोकुमकुमकोवहीजिंदगीदेनाचाहताथा.बाबूजीसेकहाभीथा, खेतबेचकरदेदेतेहैं! कितनाहैजोबेचकरदेदोगे, फिरतुम्हाराक्याहोगा ? खेतनहींरहेगातोकलखाओगेकैसे ? 'कैसे'काजवाबहमजैसेकिसानोंकेपासकहाँहोताहै.

मेरेपासऔरक्यारास्ताथा ! वहीजोऐसीहालतमेंलोगकरतेहैं.लड़काउठाकरब्याहलेतेहैंफिरसमयकेसाथनावकिनारेलगतीहैयाफिरमंझदारमेंडूबजातीहै ! मैंनेभीजोखिमलिया.एकयहीरास्ताबचाथा.किसीगरीबकेहाथबहनदेतातोबहनजिंदगीभरसिसकतीहुईमरजाती.शुरुशुरुमेंपरेशानीतोहोगी, बहुतकुछबरदाश्तकरनाहोगा, करलूंगा.परयेसोचाथाजीवनमरणकेबराबरहोजाएगा.बाबूजीकुमकुमकोविदाकरनेकीसाधमनमेंलिएहीविदाहोगए.कुमकुमजीतेजीलाशबनगई.उसकीइसहालतकाजिम्मेदारतोमैंहीहूँ.उसकीलाशपरमैंअपनीदुनियाकैसेबसालूँ ? कुमकुम, शांतिऔरयेघर, सबकाअपराधीतोमैंहीहूँ.

धीरेधीरेएकएकपत्ताझड़करजैसेपेड़कोसूनाकरजाताहैउसीतरहइसघरकीसभीखुशियाँझड़गईथी.घर, नंगेपेड़कीतरहहोगयाथा.नंगेपेड़औरजलतेसमयकेसाथकुछमहीनेबीतगए.

एकदिनकुमकुमबरामदेमेंबैठकरकुछकररहीथीकिदेखाशांतिआँगनमेंचक्करखाकरगिरपड़ी."अरेयेक्याहोगया?"बोलतीहुईकुमकुमउसकेपासदौड़करगई.देखाशांतिकाहाथपैरठंडाहै.दादादादाचिल्लातीहुईउसकापैररगड़नेलगी.

महेंद्रनेपहलीबारइसतरहशांतिकोअचेतदेखातोउसकीआँखेंभरआईं.क्याइसीदिनकेलिएवोइसेब्याहकरलायाथा ! आजतककोईसुखनहींदेपाया.वोचुपचापतिलतिलकरमरतीरहीऔरवो---! अगरउसेकुछहोगयातोकोईनहींहैइसघरकोऔरउसेदेखनेवाला.गाँवकेडॅाक्टरनेकहा, "दुल्हिनकोजनानीडॅाक्टरकेपासशहरलेजाओ."
महेंद्रनेपरेशानहोकरपूछा, "क्याहुआहै?"
"जोतुमनेसोचाभीनहींहोगा", डॅाक्टरनेकहा. 
"हेभगवान, येक्याहोगया!", कुमकुमकाधीरजजवाबदेगया.
उसीसमयमहेंद्रऔरकुमकुमदोनोंशांतिकोलेकरशहरगए.महिलाडॅाक्टरनेजोकहा, सुनकरदोनोंभाईबहनकेचेहरेपरकमलखिलगए.तोक्याभगवाननेहमलोगोंकेऊपरभीनजरफेरीहै ! इसघरकेभीदिनबदलेंगे.

फिरतोइसघरकेदिनहीबदलगए.गुमसुमउदाससाघरगुनगुनानेलगा.फूलोंकेसाथखुशियाँभीखिलनेलगीं.कुमकुमधीरेधीरेसोहरगातीहुईदेखतीकिशांतिकेचेहरेकारंगबदलगयाहै.हमेशामुरझाईरहनेवालीभौजीअबखिलीखिलीरहतीहै.शांतिकोखुशदेखकरउसेभीअच्छालगता.वोअबशांतिकोअधिककामनहींकरनेदेती.भौजीकेखानेकावोखासखयालरखतीऔरउसकेपसंदकाखानाबनाकरखिलातीरहती.

शांतिनेकुमकुमकायेरुपकभीनहींदेखाथा.इतनीममताहैइसकेभीतर.इसकेपहलेकभीकुमकुमइतनीखुशनजरनहींआईथी.सचमुचएकबच्चेकेआनेकीआहटमात्रसेकितनाकुछबदलगया.कुमकुमइठलातीहुईकहती, "भौजी, उसकेआनेकेबादमैंतुम्हारीखातिरदारीनहींकरपाउंगी.मेरेपाससमयकहाँरहेगा, उसेनहलाना, खिलाना, सुलाना, घुमाना---सबमुझेहीतोकरनाहै."येसबसुनकरशांतिमनहीमनहँसदेती.

छठामहीनाशांतिकालगगया.दिनजैसेजैसेकरीबआताजाता, सबकेचेहरेपरखुशियाँबढ़तीजाती.आजसुबहहीमहेंद्रकिसीजरूरीकामसेगाँवसेबाहरगयाथाऔरराततकलौटकरआएगा.

दोपहरहोतेहोतेशांतिकामनभारीलगनेलगा.वोआँगनमेंचटाईपरलेटगई.कुमकुमधीरेधीरेघरकाकामनिपटातीरही.गुनगुनीधूपमेंशांतिकीआँखलगगई. 
"खालोभौजी !"
"नहींबबुनी, मनअच्छानहींलगरहाहै, बादमेंखालूंगी."
"भौजीखालो---पकौड़ीभीबनाईहैतुम्हारेलिए, मनकीसाधकोईमनमेंहीरहजाए, कलबोलरहीथी."
"खानेकामननहींहै---जीठीकनहींलगरहा."
एकबारफिरकुमकुमनेखानेकोकहा.शांतिनेकहा, "रखदोबादमेंखालूंगी."
मनुहारकरकेकुमकुमरोजशांतिकोखिलातीथीलेकिनआजधीरेधीरेकुमकुमजिदपरउतरआई.
"कहाखालो---नहींसुनती!"
कुमकुमकीआवाजबदलनेलगी.शांतिइसबदलावकोपहचानतीथी.वोडरगई.उसनेसहमतेहुएकुमकुमकीओरदेखा.कुमकुमकीभँवेंतननेलगीऔरआँखेंलालहोनेलगीं.उसकायेरुपदेखकरशांतिकाखूनसूखगया.घरमेंआजअकेलीहैवोभीइसहालतमें.डरतेडरतेहिम्मतबांधकरइतनाहीकहपाई, "मैं, मैंखालेतीहूँ---मैंतोऐसेहीकहरहीथी---मुझेतोबहुतजोरोंकीभूखलगीहै."
"तुम्हीतोखागईमेरासबकुछ, औरनखरादिखातीहैमुझे---मेराजीवनतबाहकरकेअपनागोदभरनेचलीहैऔर---तुम्हारेहीकारणमेरीसेजऔरगोदसूनीरहीऔरतुम---!"
बोलतेबोलतेकुमकुमकाचेहराऔरविकरालहोनेलगा.भवेंतननेलगीं, आँखेंआगउगलनेलगी.उसनेझुककरखानाउठायाऔरजोरसेपिछवाड़ेकीतरफफेंकदियाजोनीमकेपेड़सेटकराकरवहींबिखरगया.बिखरगयावहाँइतनीसाधसेबनायागयाखानाऔरपकौड़ियाँ.वोपलटकरशांतिकोएकटकदेखनेलगी.शांतिनेकईबारपहलेभीदेखाथा, जबउसेदौराआताहैअगरवोहोशमेंरहगईतोबहुतताकतइसकीदेहमेंजानेकहाँसेजातीहै.एकदोमर्दोंकोझटककरऐसेफेंकदेतीहैजैसेतिनका.कुमकुमकीआँखोंमेंखूनउतरनेलगाऔरशांतिकेदेहकाखूनजमगया. 


(सिनीवाली शर्मा)
आजतोकोईहैभीनहीं, वोक्याकरपाएगी."नहींनहींमैंतुम्हारेहाथजोड़तीहूँ"बोलतीहुईशांतिवहाँसेधीरेधीरेउठनेकीकोशिशकरनेलगी.जबतकशांतिउठती, कुमकुमकेदोनोंहाथउसकीगर्दनपरथे.इसबारशांतिकाहाथपैरथरथरारहाथा, भवेंतनीथीऔरआँखें---.कुमकुमकेचेहरेपरअट्टहासथा.शांतिगिड़गिड़ातीहुईबेहोशहोगई.कुमकुमअट्टहासकरतेहुएशांतिकोवहींछोड़करपूरेघरमेंदौड़तीरही.
पीछेखड़ानीमकापेड़  जोरजोरसेडोलतारहा.
(कहानी कथादेश (मई , 2017) में प्रकाशित)
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