कथा- गाथा : खिरनी : मनीष वैद्य
(कृति : Miguel Guía)साहित्य कुलमिलाकर आनंदजाल है, प्रसाद के शब्दों में कहूँ तो ‘इंद्रजाल’. इसका दिलचस्प होना पहली शर्त है. आप तमाम ज्ञान-विज्ञान-तथ्य-तर्क ठूंसकर साहित्य नहीं रच सकते. यह आनंद/यातना के...
View Articleमंगलाचार : पंडित जसराज के लिए :
संगीत और कविता का पुराना नाता है. अक्सर ये दोनों एक दूसरे में इस तरह घुले मिले रहते हैं कि इन्हें अलगाना कठिन हो जाता है. कविताओं ने जहाँ निराकार संगीत को आकार दिया वहीँ संगीत ने कविताओं को सरस बना...
View Articleरंग- राग : मृणाल सेन के बहाने भुवन सोम : यादवेन्द्र
भुवन सोम (1969) को देखते हुए यह अहसास होता है कि रफ्तार और उन्नत तकनीक ने हिंदी सिनेमा को कहाँ-से-कहाँ पहुंचा दिया है. आज चेतना में धीरे–धीरे घुलती, सौन्दर्यबोध को समृद्ध करती और मनुष्यता का वृतांत...
View Articleकथा - गाथा : बेदीन : शहादत ख़ान
(पेंटिग : Salman Toor : The Believer with Cap)युवा कथाकार शहादत ख़ान की कहानियां मुस्लिम परिवेश में आकार लेती हैं और किसी न किसी जरूरी मसले को पकड़ने की कोशिश करती हैं. उनके पास प्रभावशाली भाषा है,...
View Articleभाष्य : जटायु (सितांशु यशश्चंद्र) : सदाशिव श्रोत्रिय
(राजा रवि वर्मा)गुजराती भाषा के कवि पद्मश्री सितांशु यशश्चंद्र (जन्म: १८/८/१९४१-भुज) के तीसरे काव्य संग्रह वखार (२००९) को २०१७ के सरस्वती सम्मान से अलंकृत करने की घोषणा हुई है. ‘अॉडिस्युसनुंं...
View Articleपरख : सलीब पर सच (कविता संग्रह) : सुभाष राय
सलीब पर सच (कविता संग्रह)कवि - सुभाष रायसंस्करण : २०१८बोधि प्रकाशन, जयपुर -302006चार दशकों से पत्रकारिता करते हुए समसामयिक विषयों पर सुभाष राय के लिखे हजारों लेख लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में छपे हैं....
View Articleविनोद पदरज की कविताएँ
साहित्य में यह ‘सीकरी’ का नहीं सीकर का समय है:आज हिंदी कविता का बेहतरीन पारम्परिक साहित्यिक केन्द्रों से दूर लिखा जा रहा है. ‘सीकरी’ से नहीं सीकर से कविताएँ आ रही हैं. सवाई माधोपुर में इस समय हिंदी...
View Articleकृष्ण कल्पित की कविताएँ
(फोटो द्वारा - शायक आलोक)समकालीन हिंदी कविता का परिदृश्य बिना कृष्ण कल्पित के पूरा नहीं होगा. उनका पहला कविता संग्रह १९८० में ही आ गया था, अब लगभग चार दशकों में फैला उनका सृजन हमारे समक्ष है, आज भी वह...
View Articleतुम कहाँ गए थे लुकमान अली
(photo courtesy Tribhuvan Deo)सौमित्र मोहन (१९३८- लाहौर) का लुकमान अली कभी-कभी अकविता के ज़िक्र में किसी लेख में दिख जाता पर पर इधर कई दशकों से सौमित्र मोहन कविता की दुनिया से निर्वासित थे. बकौल...
View Articleगुरप्रीत की कविताएँ (पंजाबी)
पंजाबी भाषा के चर्चित कवि गुरप्रीत की चौदह कविताओं का हिंदी अनुवाद रुस्तम सिंह ने कवि की मदद से किया है.हिंदी के पाठकों के लिए इतर भाषाओँ के साहित्य का प्रमाणिक अनुवाद समालोचन प्रस्तुत करता रहा है, इसी...
View Articleतुम कहाँ गए थे लुकमान अली
(photo courtesy Tribhuvan Deo)सौमित्र मोहन (१९३८- लाहौर) का लुकमान अली कभी-कभी अकविता के ज़िक्र में किसी लेख में दिख जाता पर पर इधर कई दशकों से सौमित्र मोहन कविता की दुनिया से निर्वासित थे. बकौल...
View Articleपरख : नाच घर (प्रियंवद)
हिंदी के वरिष्ठ कथाकार प्रियंवद ने बच्चो के लिए एक उपन्यास लिखा है – नाचघर . नवनीत नीरव बता रहे हैं क्या है इसमें ख़ास.स्मृतियों का नाचघर नवनीत नीरव (बचपन में...
View Articleपरख : गुल मकई (कविता संग्रह) : हेमंत देवलेकर
हेमंत देवलेकर कवि के साथ-साथ समर्थ रंगकर्मी भी हैं. उनका दूसरा कविता संग्रह ‘गुल मकई’ बोधि प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. आइये देखते हैं इस संग्रह के विषय में क्या राय है राजेश सक्सेना की. गुल मकई :...
View Articleतुम कहाँ गए थे लुकमान अली : (दो)
सौमित्र मोहन विष्णु खरे के शब्दों में ‘वह ऐसा देसी कवि है जो एलेन गिन्सबर्ग के पाए का है’ के साथ कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें पिछले कई दशकों से साहित्य के तलघर में दफ़्न कर दिया गया. एक ‘कल्ट’ कवि और ‘लुकमान...
View Articleदेखने का जादू (अखिलेश ) : अभिषेक कश्यप
प्रसिद्ध चित्रकार और हिंदी के सुप्रसिद्ध लेखक अखिलेश की नयी किताब ‘देखने का जादू’ इस वर्ष अनन्य प्रकाशन से प्रकाशित हो रही है, इसकी सुंदर भूमिका अभिषेक कश्यप ने लिखी है. यह भूमिका आपके लिए ख़ास तौर पर....
View Articleमैं जब तक आयी बाहर (गगन गिल) : पांच कविताएँ
गगन गिल का नया कविता संग्रह ‘मैं जब तक आयी बाहर’वाणी प्रकाशन से अभी-अभी प्रकाशित हुआ है. उनके प्रशंसकों को उनके नये कविता संग्रह की बहुत वर्षों से प्रतीक्षा थी. इस संग्रह से पांच कविताएँ ख़ास आपके...
View Articleपरख : मुक्तिबोध : एक व्यक्तित्व सही की तलाश में लेखिका (कृष्णा सोबती)
‘एक जटिल कवि का पुनर्पाठ’, मुक्तिबोध के इस ‘अनौपचारिक पाठ’ की लेखिका कृष्णा सोबती हैं जिसे चित्रकार मनीष पुष्कले ने आकर्षक ढंग से परिकल्पित किया है.पढ़ते हैं क्या कहना है इस पुस्तक पर समीक्षक मीना...
View Articleमंगलाचार : ज्योति शोभा (कविताएँ)
(फोटो आभार - rehahn )ज्योति शोभा की कविताएँ टूटे हुए प्रेम की राख से उठती हैं. ‘देख तो दिल कि जाँ से उठता है /ये धुआँ सा कहाँ से उठता है’बरबस मीर याद आते हैं. तीव्रता तो है पर इसे और सुगढ़ किया जाना...
View Articleअम्बरीश की बारह कविताएँ (पंजाबी)
हिंदी में अनूदित पंजाबी कविताओं की इस श्रृंखला में अपने गुरप्रीत, बिपनप्रीत और भूपिंदरप्रीत की कविताएँ समालोचन पर पढ़ी हैं. इस क्रम में आज अम्बरीश की बारह कविताओं का अनुवाद आपके लिए प्रस्तुत है. मूल...
View Articleकथा - गाथा : हत्यारे (अर्नेस्ट हेमिंग्वे) : सुशांत सुप्रिय
1954 के साहित्य के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित कथाकार अर्नेस्ट हेमिंग्वे (Ernest Miller emingway:July 21, 1899 – July 2, 1961) की 1927 में प्रकाशित चर्चित कहानी The Killers का हिंदी अनुवाद सुशांत...
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